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Showing posts from March, 2011

भारतीय भाषाये और आई टी

   (  भारतीय भाषाये और आई टी ) सन 1985 मे कंप्यूटर भारत आया . शरु मे इसका उपयोग सिर्फ अंग्रेजी जानने वल कार सकते थे . इसके सभी कोड अंग्रेजी मे थे . अब धीरे धीरे हिन्दी और अन्या भाषाओ मे इसका इसका उपयोग हो रहा है. आज के दिनो मे हम हिन्दी अंगेग्राजी बांग्ला तमिल तेलगू मराठी आदि मे भी इसका उपयोग कार सकते है.भारत सरकार के आई टी विभाग ने दो सॉफ्टवेर बनाई है www.ildc.gov.in , www.tdit.mit.gov.in इन वेबसीटे से हामुपयोगी चीज डाउनलोड कार सकते है . आजwindows XP operating system हिन्दी मे उपलब्द है. माइक्रोसॉफ्ट ने language interface pack (LIP) विकसित किया है जिससे अन्या भारतिया भाषो मे विंडोस XP का उपयोग कार सकते है.ओपन सोर्स वर्ल्ड मे linux o.s. और ओपन ऑफीस देवनागरी लिपि को स्वीकार करता है.सी डॅक के द्वारा बनाई गयी indix सीडी की मदत से विंडोस XP को अन्य भारतीय भाषो मे उपयोग कार सकते है. माइक्रोसॉफ्ट ऑफीस 2003 हिन्दी मे नवीनतम संस्करण है () www.microsoft.com/india/ officehindi/ ) . काई सारे ईमेल वेबसाइट है जो भारतीय भाषाओ मे काम करते है www.email12india.com , www.mail.webdunia.com . गूग

KITABO KI DUNIYA ME

किताबो की दुनिया           पुस्तक- स्टोन्स इनतो स्कूल्स            लेखक- ग्रेग मारटेन्स यह किताब lekhak के द्वारा प्रस्तुत "थ्रीकप्सऑफटी"  किताब के अगली करी के रूप मे है. पहले मे उन्होने  पाकिस्तान के दुर्गम इलाक़ो मे लरकियो के लिए स्कूल बानानो के अपनो प्रयासो का मार्मिक वृतांत दिया है. इस किताब मे ग्रेग ने अफ़ग़ानिस्तान मे अपने स्त्री सिक्षा के प्रयासो का प्रेरक वृतांत प्रस्तुत किया है. 1999 मे अफ़ग़ानिस्तान के वाखहँ डर्रे से एक 47 सज्जित चौदह किर्गिग घूरसवार पाकिस्तान आते है और ग्रेग से वादा लेते है की वह पामीर की पहरियो के एक दुर्गम स्थल बोजाय गुंबद मे एक स्कूल बनाएंगे .इसी स्कूल कोब नाने की कहानी है यह किताब .ग्रेग को एस स्कूल बनाने के प्रयास मे मे काई और स्कूल बनाने परे .यह वृतांत काफी रोचक औ रप्रेरक है. एक जगह ग्रेग लिखते है " हमलोग अफ़ग़ानिस्तान के हर गाव और कस्बो मे जहा बच्चे सिक्षा के लिए तरसते है और मा बाप एसे स्चूलो के निर् मन   का   सपना   देखते   है   जिनके   दरवाजे   ना   सिर्फ   उनको   बेटे   के   लिए   बल् कि   बेटियो   के   लियो   भी   खुला   होगा